तर्ज – धमाल
आयो फागणियों थै श्याम धणी के,
सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
खाटू श्याम के रंग लगाइज्यो
होळी खेला रे, आयो फागणियो।
एक तो संदेशो जाके, गणपत जी ने दीज्यो रे,
फागण माहीं रिद्धि-सिद्धि सागै आता रहिज्यो रे, आयो फागणियो।आयो फागणियों थै श्याम धणी के,
सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
दूसरो संदेशो जाके, शिव शंकर ने दीज्यो रे,
गौरा गण और नंदी सागै, पार्वती गण नंदी सागै,
आता रहिज्यो रे, आयो फागणियो।आयो फागणियों थै श्याम धणी के,
सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
तीसरों संदेशो जाके, राम चंद्र जी ने दीज्यो रे,
लक्ष्मण सीता हनुमंत सागै आता रहिज्यो रे, आयो फागणियो।आयो फागणियों थै श्याम धणी के,
सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
चौथो संदेशो जाके, अटल छत्र पे दीज्यो रे,
दुर्गा काली, उमा शारदा आती रहिज्यो रे, आयो फागणियो।आयो फागणियों थै श्याम धणी के,
सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,
आखरी संदेशों जाके, सब देवां ने दीज्यो रे,
“हर्ष” श्याम के फागण माहीं आता रहीजो जी आयो फागणियो।आयो फागणियों थै श्याम धणी के,
सग़ळा आईज्यो रे, आयो फागणियों,