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श्याम भजन लिरिक्स

Ye ji khelte rahau me Balu ret mundariya mori kaha ye giri,एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।

एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।

एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।




ए जी ससुरू जगामइ आधी रात,ससुइया गारी देतइ उठी।ए जी खेलत रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।


ए जी जेठ जगामइ आधी रात,जेठानी गारी देतइ उठी।एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।




ए जी देवर जगामइ आधी रात,देवरानी गारी देतइ उठी।ए जी खेलत रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।


एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।
ए जी नंदोईया जगामइ आधी रात,ननदिया गारी देतइ उठी।एजी खेलते रहउं मेैं बालू रेत,मुदरिया मोरी कहां रे गिरी।

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