ऊँचो भवानी थांरो देवरो ए माता चामुण्डा ।
साँचो थारोड़ो दरबार चामुण्डा ।।
सुंधा पर्वत पे मिन्दर आप रो ए माता चामुण्डा । महिमा है अपरम्पार चामुण्डा ।।साँचो थारोड़ो दरबार चामुण्डा ।।
खड्ग खप्पर कर धारियो ए माता चामुण्डा
सिंह चढ़ी असवार चामुण्डा ।।साँचो थारोड़ो दरबार चामुण्डा ।।
दूर देशां रा आवे जातरी ए माता चामुण्डा । सिंवरे है नर और नार चामुण्डा ।।साँचो थारोड़ो दरबार चामुण्डा ।।
जोधाणे बणियो थांरो देवरो ए माता चामुण्डा । गढ़ में विराजो मैया आप चामुण्डा ।।साँचो थारोड़ो दरबार चामुण्डा ।।
शीश नवावे थांने राजवी ए माता चामुण्डा गूंजे है जय जयकार चामुण्डा ।।साँचो थारोड़ो दरबार चामुण्डा ।।
दास अशोक री वीणती ए माता चामुण्डा । या करीजो अब पार चामुण्डा ।।साँचो थारोड़ो दरबार चामुण्डा ।।