रामदेवजी रो ब्याव मंड्यो
रूणीचे ।। सोने रे पाट बैठाय बाबो तेल चढ्यो रूणीचे, हे, तेल चढ्यो हल्दी रंग चढ्यो रूणीचे,अजमल जी रो कँवरो आज सज्यो है बींद यो रूणीचे।
ढोल नगारा आज घुरया आँगणिये ।। बाई लाछा सुगणा नाचे गावे, कोड करे आँगणिये,
हे कोड करे भाई पीठी करे आँगणिये, केसरिया बागो तुर्रा किलंगी बाबो बींद यो आँगणिये ।।
हिन्दवाणो सूरज चमके है, चमके है ।। तंवरों रो कँवरो बींद बण्योड़ो पलके है, पलके है,
हे कमर कटारो हाथ में भालो भलके है, लीले अस्वारया आज बाबो मुलके है, मुलके है।
ओलो-दोलो निरखे बनड़ी, बनड़ो केड़ो फूटरो,
ओलो-दोलो निरखे नेतल, बनड़ो केड़ो- केड़ो फूटरो,ईने अजमल जी सिणगारियो ए नेतल
बनड़ी बनड़ो एड़ो फूटरो,ईने अजमल जी सिणगारियो,ईने अजमल जी सिणगारियो ए बनड़ी बनड़ी एड़ो फूटरो ।।
गेरो गेरो निरखे बनड़ी बनड़ो केड़ो फूटरो, गेरो गेरो निरखे नेतल बनड़ो केड़ो फूटरो।
केड़ो फूटरो ईने बीरमदे सिणगारियो ए बनड़ी बनड़ो एड़ी फूट, ईने बीरमदे सिणगारियो ए बनड़ी बनड़ी एड़ो – एड़ो फूटरो ।।
गेरो-गेरो निरखे सासू बनड़ी केड़ो फूटरो, गेरो-गेरो निरखे सासू बनड़ी केड़ो फूटरो। ईने हडबू जी सिणगारियो ए नेतल बनड़ो
केड़ो फूटरो। ईने हडबू जी सिणगारियो ए बनड़ी बाबो लागे फूटरो ।
ओलो-दोलो निरखे सखियाँ, बनड़ो केड़ो फूटरो।
मेरो गेरो निरखे सखियाँ, बनड़ो केड़ो फूटरो ।
ईने मेणादे सिणगारियो ए नेतल बनड़ी एड़ी फूटरो,ईने सुगणा बाई सिणगारियो ए बनड़ी बनड़ो एड़ो फूटरो