रमैयो रम रयो ए दो नैना के बीच। ए सौदागर रम रयो दो नैना के बीच।
धोबी धोव कापड़ा ए हेली म्हारी त्रिवेणी के घाट, मछली साबण ले गयी है, तेरा कपड़ा बारा बाट, मैल थारो धुप रयो ए- दो नैना के बीच।रमैयो रम रयो ए दो नैना के बीच। ए सौदागर रम रयो दो नैना के बीच।
रतन कुआ मुख सांकड़ा ए हेली म्हारी पाणी की रमझौल, पांच पच्चीस पणघट गयी है, लियो है नीर झीकोळ। थारो ढुल रयो दो नैना के बीच ।रमैयो रम रयो ए दो नैना के बीच। ए सौदागर रम रयो दो नैना के बीच।
डूंगर ऊपर डूंगरी ए हेली म्हारी जा पर बैठ्या मौर, मौर बिचारा के करै थारे घर म घुस रया चोर, माल थारो लुट रयो ए- दो नैना के बीच।रमैयो रम रयो ए दो नैना के बीच। ए सौदागर रम रयो दो नैना के बीच।
साजन गुड्डी उड़ावत ए हेली म्हारी लाम्बी देता डोर, झोला लाग्या प्रेम का रै कित गुड़िया कित डोर, थारी लुट रही ए दो नैना रे बीच।रमैयो रम रयो ए दो नैना के बीच। ए सौदागर रम रयो दो नैना के बीच।
झकी न जाण दे ए हेली म्हारी रही झकी न राख, कहत कबीर सुणो भाई साधो रै, मायला न बस म राख ।मायला म बस रयो ए दो नैना के बीच।रमैयो रम रयो ए दो नैना के बीच। ए सौदागर रम रयो दो नैना के बीच।