जीसका नहीं कोई जग में उसका तू रखवाला है। जहां ने गिरा दिया जिसको उसको तूने संभाला है।
सारे जग से हारी हूं एक दुखियारी हूं। आई मैं आई तेरे द्वार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
भक्तों के प्यारे श्याम हारे के सहारे श्याम। नैया के खेवनहार।ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
तेरे दर आई अपने दुखड़े सुनाने को। श्रद्धा सुमन भि लाई तुमको मनाने को। आंखों से बहता पानी, सुन लो मेरी कहानी । मुझ पर भी करो उपकार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
सारे जग से हारी हूं एक दुखियारी हूं। आई मैं आई तेरे द्वार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
यह तो मैं भी जान गई हारे के सहारे हो। रोज लाखों के तुम कष्ट मिटाते हो। भक्तों के तारणहार,में भी बैठी मन मार।कुछ तो करो सरकार।ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
सारे जग से हारी हूं एक दुखियारी हूं। आई मैं आई तेरे द्वार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
मैंने भी अपने मन में सपने सजाए थे। अरमान दिल का पलकों पर सजाए थे। तुमको ही सब कुछ माना, जग ने तो मारा ताना। हार के आई तेरे द्वार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
सारे जग से हारी हूं एक दुखियारी हूं। आई मैं आई तेरे द्वार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
सबके काम आते हो रोतों को हंसाते हो। झोली सबकी भरते हो खुशियां भी देते हो। दानी महादानी श्याम, भक्तों के आते काम। सुन लो नितिन की गुहार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।
सारे जग से हारी हूं एक दुखियारी हूं। आई मैं आई तेरे द्वार। ओ श्याम जी सुनो मेरी करुण पुकार।