हम बालक है तेरे यूं तड़पाया ना करो। सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो। दर्शन खातिर भक्तों को सताया ना करो।सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो।
फुल कलकत्ते से लयाए। शीश पर खूब सजवाए। चूरमा जाटणी ले आई, छप्पन भोग भी लगवाए।आऊं सु कहके बहाना बनाया ना करो। सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो।
हम बालक है तेरे यूं तड़पाया ना करो। सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो। दर्शन खातिर भक्तों को सताया ना करो।सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो।
आज तेरी ज्योत जलवाई, मिलन की रात है आई। भजन चोखे सुनावेंगे, कसम ये आज है खाई।लीले चढ़ आओ भूल जाया ना करो।सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो।
हम बालक है तेरे यूं तड़पाया ना करो। सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो। दर्शन खातिर भक्तों को सताया ना करो।सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो।
आज हम हाथ उठाएंगे भर भर ताली बजाएंगे। कीर्तन में आना श्याम तुझे सीने से लगाएंगे। संदीप बोले सांवरिया ललचाया ना करो।सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो।
हम बालक है तेरे यूं तड़पाया ना करो। सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो। दर्शन खातिर भक्तों को सताया ना करो।सच्चा है दरबार देर लगाया ना करो।