सुन सखी एक बात कहू,
आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
भरू माँग में अपनी, फेरे में भी लगाऊ आज इसके नाम के सात।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
पहले फेरे में वादा करूँ, ना छोड़ूगी में इसका हाथ।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
दूजे फेरे में वादा करूँ, हर पल रहूगी इसके साथ।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
तीजे फेरे में वादा करूँ, सेवा करू इसकी दिन-रात।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
चौथे फेरे में वादा करूँ, हर दुःख इसका हो मेरे पास।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
पाँचवे फेरे में वादा करूँ, सुहागन रहूँ जब तक है मेरी साँस में साँस।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
छठे फेरे में वादा करूँ, मेरी मृत्यु हो इसके चरणो के पास।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
सातवें फेरे में वादा करूँ, जनम जनम मुझे मिले इसका साथ।आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
आज मेरा भी गठ बंन्धन करा दिजो इस नन्द के लाल के साथ,
भरू माँग में अपनी, फेरे में भी लगाऊ आज इसके नाम के सात।