बाबा श्याम तूं कद सुनसी रे। टावरिया री दर्शन ताई आंख्या तरसी रे।
म्हाने सुनी है हरयोडा को साथ निभावे है तूं।सांचा मन सु जो भी ध्यावे वांको काम बनावे तू।महासू गलती काई होई रे।टावरिया री दर्शन ताई आंख्या तरसी रे।
बाबा श्याम तूं कद सुनसी रे। टावरिया री दर्शन ताई आंख्या तरसी रे।
थारी मर्जी जइयां बाबा नाव चलाया म्हारी।चाहे डूबा दे बीच भंवरिया पार लगा गिरधारी।थारी मर्जी में म्हारी मर्जी रे।टावरिया री दर्शन ताई आंख्या तरसी रे।
बाबा श्याम तूं कद सुनसी रे। टावरिया री दर्शन ताई आंख्या तरसी रे।
जनम जनम गुण गाऊं थारा कर दे मनसा पूरी।दास करे अरदास सांवरा अब क्यों राखे दूरी। राजू बस चरना में रहसी रे।टावरिया री दर्शन ताई आंख्या तरसी रे।
बाबा श्याम तूं कद सुनसी रे। टावरिया री दर्शन ताई आंख्या तरसी रे।