मेरी तो बस पहचान है,मेरा खाटू वाला श्याम।जब नजर पड़ी मेरे श्याम की दुनिया में हो गया काम।मेरी तो बस पहचान है,मेरा खाटू वाला श्याम।
पहली बार मैं श्याम प्रभु के जगराते में आया था। हारेगा यह बने सहारा सब भक्तों ने बताया था।। उस दिन से ही मेरे श्याम प्रभु का मन में बस गया नाम। मेरी तो बस पहचान है,मेरा खाटू वाला श्याम।
थोड़े दिनों के बाद में मेला खाटू श्याम का आया था। कंधे पर मे ले निशान खाटू नगरी में आया था। शीश झुकाया बाबा को मेरे बिगड़े बन गए काम। मेरी तो बस पहचान है,मेरा खाटू वाला श्याम।
जीवन है खुशियों से भरा जीने का मजा अब आया है। पल पल तेरा शुक्र करू मेरे श्याम प्रभु तेरी माया है। श्याम जगत में दास केसरी का होता सम्मान।मेरी तो बस पहचान है,मेरा खाटू वाला श्याम।
मेरी तो बस पहचान है,मेरा खाटू वाला श्याम।जब नजर पड़ी मेरे श्याम की दुनिया में हो गया काम।मेरी तो बस पहचान है,मेरा खाटू वाला श्याम।