श्री श्याम शरण में जाकर के जो सारा जीवन बिताते है। क्या धन दौलत क्या यश वैभव वह सारा सुख ही पाते है।
ना श्याम नाम का कोई मोल,ना श्याम भक्ति का कोई तोल। जिनकी माया का छोर नहीं महिमा उनकी बतला देंगे।
श्री श्याम शरण में जाकर के जो सारा जीवन बिताते है। क्या धन दौलत क्या यश वैभव वह सारा सुख ही पाते है।
हाले दिल सबका जानते है।और सच्चा भगत पहचानते है।सुख दुख हर पल में बन साथी श्री नाथ जी साथ निभाते है।
श्री श्याम शरण में जाकर के जो सारा जीवन बिताते है। क्या धन दौलत क्या यश वैभव वह सारा सुख ही पाते है।
जब मार्ग भटक कोई जाता है।ना उसके समझ कुछ आता है।ऐसे में फिसलने से पहले देवा उसको सम्हाल के जाते है।
श्री श्याम शरण में जाकर के जो सारा जीवन बिताते है। क्या धन दौलत क्या यश वैभव वह सारा सुख ही पाते है।
क्या सच है और क्या सपना है।बस श्याम ही जग में अपना है।जीवन के अंतिम दिन में आ प्रभु मुक्ति मार्ग दिखाते हैं।
श्री श्याम शरण में जाकर के जो सारा जीवन बिताते है। क्या धन दौलत क्या यश वैभव वह सारा सुख ही पाते है।