तर्ज,मनिहारी का भेष
सात फेरों का वचन निभाना, मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।
जो कभी खाना बनाना ना चाहे, बन्ना होटल से खाना मंगाना।मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।सात फेरों का वचन निभाना, मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।
कभी रूठे जो लाडो हमारी। बना हंस-हंसकर उसको मनाना। मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।सात फेरों का वचन निभाना, मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।
कभी कपड़े जो धोना ना चाहे। अपनी भाभी से कपड़े धुलवाना।मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।सात फेरों का वचन निभाना, मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।
कभी बर्तन धो धोना ना चाहे। अपनी बहना से बर्तन धूलवाना।मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।सात फेरों का वचन निभाना, मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।
कभी औरों की बातों में आके।मेरी लाडो पे हाथ न उठाना।मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।सात फेरों का वचन निभाना, मेरी लाडो का दिल ना दुखाना।