Categories
श्याम भजन लिरिक्स

Charkha pare hata le ri meri Surat ram me lagi,चरखा परे हटा लें री मेरी सूरत राम में लागी।

चरखा परे हटा लें री, मेरी सूरत राम में लागी।

चरखा परे हटा लें री, मेरी सूरत राम में लागी।


किसके पिसूं पीसने, नादान उम्र सै काची।
सूरत निरत के बांध घुंघरू, साहब आगे नाचीं।चरखा परे हटा लें री, मेरी सूरत राम में लागी।



किसके कातूँ कातने री, ना मनै बोई बाड़ी।
ओरं की मनै के पड़ी, मैं आपै फिरूँ उघाड़ी।।चरखा परे हटा लें री, मेरी सूरत राम में लागी।



चरखा छोड़ा पीढ़ा छोड़ा,२ कातना सूत।
संग की सहेली सारी छोड़ी, छोड़ा सास का पूत।।चरखा परे हटा लें री, मेरी सूरत राम में लागी।



मीरा से माता कहे रे, तूँ किसने बहकाई।
रामनाम म्हारे कुल में ना था,
तूँ कित तैं सुन आई।। चरखा परे हटा लें री, मेरी सूरत राम में लागी।

माता से मीरा कह रे, मैं सन्तों की दासी।
ओरां की मनै के पड़ी, मैं भजन करूँ दिन राती।।चरखा परे हटा लें री, मेरी सूरत राम में लागी।

Leave a comment