भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।बजर की करले छाती रे तूं चौड़ी करले छाती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।
दादा तो पोते से बोल्या, सुन पोता मेरी बाती रे। एक दही का प्याला दे दे रोटी दे दे ताती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।बजर की करले छाती रे तूं चौड़ी करले छाती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।
पोता तो मम्मी से बोला सुन मम्मी मेरी बाती रे। दादा वो रोटी मांगे वह रोटी मांगे ताती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।बजर की करले छाती रे तूं चौड़ी करले छाती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।
मम्मी तो बेटा से बोली सुन बेटा मेरी बाती रे। सेवा करके हार गई में कद मरे यो डाकी रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।बजर की करले छाती रे तूं चौड़ी करले छाती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।
पाणी ते जब बेटा आया बापू बोल्या बात रे। बहुवड़ तो मने डाकी बोले गए घरां की आगी रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।बजर की करले छाती रे तूं चौड़ी करले छाती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।
बेटा तो बापू ने बोला सुन बापू मेरी बात रे। मैं मारूं तो या मर जावे भाजकर खाले फांसी रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।बजर की करले छाती रे तूं चौड़ी करले छाती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।
बापू तो बेटे ने बोला सुन बेटा मेरी बात ने। तेरी जवानी चार दिनों की फेर बुढ़ापा आवे रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।बजर की करले छाती रे तूं चौड़ी करले छाती रे।भजले बूढ़ा राम बजर की करले छाती रे।