तर्ज, पीछे पीछे आजा मेरी चाल
बनके मदारी शिव जब आए, राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।
चारों भाई वानर का देखे तमाशा, लीला प्रभु ने रचाई रे,मुझे बानर दिला दो।राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।बनके मदारी शिव जब आए, राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।
शिव की आंखें तो राम पर लगी थी। और हनुमत देखे रघुराई रे, मुझे बानर दिला दो।राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।बनके मदारी शिव जब आए, राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।
दशरथ भी देखें देख रही रानियां। किसी को समझ नहीं आई रे, मुझे बानर दिला दो।राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।बनके मदारी शिव जब आए, राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।
शिव जी ने कर ली है राम जी की सेवा। जाए ना समय गवांई रे,मुझे बानर दिला दो।राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।बनके मदारी शिव जब आए, राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।
राम जी के रूप में हरी खुद आए। महिमा कमल सिंह गाई रे,मुझे बानर दिला दो।राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।बनके मदारी शिव जब आए, राम ने हठ ये लगाई रे,मुझे बानर दिला दो।