मुझे रास आ गया है तेरे दर पर सर झुकाना। तुझे मिल गया पुजारी मुझे मिल गया ठिकाना।
सर को यहां झुका लो, मुंह मांगा बर पालो। यही है वो द्वार राधे रानी का। सच्चा दरबार राधे रानी का।
सच्चे मन से जो भी इनके चरणों में आ जाएगा। चरणों में आ जाएगा। पाप कटेंगे उसके वर्षाने जो जाएगा।वर्षाने जो जाएगा। राधे के दर्शन कर लो तुम झोली अपनी भर लो।यही है वो द्वार राधे रानी का। सच्चा दरबार राधे रानी का।
यही है वह जोत जिसका जग में उजाला है।जग में उजाला है। भूलों को राह दिखाएं राधे जी का द्वारा है।राधे जी का द्वारा है।मन की मुरादे पालो,गुणगान इनका गा लो।यही है वो द्वार राधे रानी का। सच्चा दरबार राधे रानी का।
यही है वो द्वार जो जग से निराला है।जग से निराला है। चरणों का चाकर यहां नंद जू का लाला है।नंद जू का लाला है।राधे के गुण तुम गा लो।गोविंद के दर्शन पा लो।यही है वो द्वार राधे रानी का। सच्चा दरबार राधे रानी का।
सर को यहां झुका लो, मुंह मांगा बर पालो। यही है वो द्वार राधे रानी का। सच्चा दरबार राधे रानी का।