ढोल नगारा बाजे शंख घड़ियाल गूंजे मिर्धंग बाजे बाजे खड़ताल।
राम के भजन में होके मगन देखो घुंगरू बाँध नाचे अनजानी को लाल।
लाल सिन्धुर से देह रंगाई शीश मुक्ट गले माल सुहाई।मुख पे तेज छवि मन भाई।
लाल लंगोटे वाला हाथ में सोटे वाला बन के नचिया करे कमाल।
राम के भजन में होके मगन देखो घुंगरू बाँध नाचे अनजानी को लाल।
मन में वसाए राम सलोना ओडन राम और राम बिछोना,
राम कहे जाग तो राम कहे सोना
चतुर सुजान पड़ी दुविधा जो आन की राम जी के काम उड़ पवन की चाल
राम के भजन में होके मगन देखो घुंगरू बाँध नाचे अनजानी को लाल।
देखे नही ताल ख्याल नही सम का सुध बुध होके ठुमका।
क्या कहना हनुमत तुम्हारी छम छम का,
राम दुलारे बजरंग प्यारे लखा के सरल तुम ही लाजपाल।
राम के भजन में होके मगन देखो घुंगरू बाँध नाचे अनजानी को लाल।
ढोल नगारा बाजे शंख घड़ियाल गूंजे मिर्धंग बाजे बाजे खड़ताल।
राम के भजन में होके मगन देखो घुंगरू बाँध नाचे अनजानी को लाल।