फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब कान्हा का जन्म हुआ था, हो गया कंस कसाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब कान्हा जेलों से निकले, घोर घटा चढ़ आई कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब कान्हा जमुना तट पर पहुंचे, देदी जमुना ने राई,कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब कान्हा ने पैर लटकाए, छू लिए पैर जमुना माई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब कान्हा गोकुल में पहुंचे, घर-घर बाजी है बधाई ,कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब कान्हा का डला पालना, घर घर बटी है मिठाई,कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब देवकी की लड़की बताई, जग गया कंस कसाई ,कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।
जब लड़की पत्थर पर पटकी, अम्बर जा गरजाई कन्हैया तुम्हें देखने को आई।फूलों से मथुरा सजाई, कन्हैया तुम्हें देखने को आई ।