है पाप किए जिसने बस नहीं डरता है।सब देख रहा बाबा कुछ छिप नहीं पाता है।। अच्छे के साथ बाबा सदा अच्छा करता है। इंसाफ यहां पल में सबका हो जाता है। कोई खुश है जान के ये कोई घबराता है।सब देख रहा बाबा कुछ छिप नहीं पाता है।कोई खुश है जान के ये कोई घबराता है।
तेरे हक का कोई तुझसे कभी छीन ना पाएगा। जो तेरा है बाबा वापस लौटाएगा। ढोंगी पाखंडी इसे एक आंख ना भाता है।कोई खुश है जान के ये कोई घबराता है।
सब देख रहा बाबा कुछ छिप नहीं पाता है।कोई खुश है जान के ये कोई घबराता है।
भावो का सचिन अपने तू भोग चढ़ाया जा। फिर उसमें बस इतना अरदास लगाई जा।सब बदलेगा तेरा बिगड़ी वो बनाता है।सब देख रहा बाबा कुछ छिप नहीं पाता है।
सब देख रहा बाबा कुछ छिप नहीं पाता है।कोई खुश है जान के ये कोई घबराता है।