तर्ज- लो आ गई उनकी याद
आधार हो एक तेरा, आस एक तेरी, ऐसी कृपा मुझपे भी, हो प्रभु तेरी ।।
तेरी कृपा से स्वामी, मुझे ये लगन लगी है, सत पथ की राह टेढ़ी, मची मन में खलबली है, मिट जाए सब अँधेरा, मिल जाए राह तेरी, आधार हो इक तेरा, आस एक तेरी।।
करूँ निज करम जगत में, लेकर के नाम तेरा, दिल में हो याद तेरी, मन में हो ध्यान तेरा, समझँ तेरे इशारे, बातें हो तुमसे मेरी, आधार हो इक तेरा, आस एक तेरी।।
तेरा नाम लेके सोऊँ, तेरा नाम लेके जागूँ, सपनो में श्याम सुन्दर, झांकी तुम्हारी पाऊं, होगा सफल ये नर तन, पा कर के प्रीत तेरी, आधार हो इक तेरा, आस एक तेरी ।।
हंसने लगे ये दुनिया, तेरा प्यार इस कदर हो, दुनियां की हरकतों का, अब मुझपे ना असर हो, ढूंढूं सदा मैं तुझको, कर आंखे बंद मेरी, आधार हो इक तेरा, आस एक तेरी ।।
इतना करीब कर लो, सिर्फ तुम ही तुम ही तुम हो, तेरे नाम से शुरू हो, तेरे नाम पे खतम हो, ये सिलसिला ना टूटे, हो जाए जीत तेरी, आधार हो इक तेरा, आस एक तेरी ।।
आधार हो एक तेरा, आस एक तेरी, ऐसी कृपा मुझपे भी, हो प्रभु तेरी ।।