कठे मिलेगी ऐसी तगड़ी लौनी
जासे थारी निजरा उतरेगी,
म्हारा बाबा श्याम।
जासे थारी निजरा उतरेगी,
म्हारा बाबा श्याम।
कठे मिलेगी, ऐसी कड़वी राई,
कठे मिलेगी, ऐसी कड़वी राइं
जासे थारी निजरा उतरेगी,
म्हारा बाबा श्याम।
कठे मिलेगो ऐसो श्याणो मालिड़ो,
जो हार बणा सी,
थारा पसंद रा बाबा श्याम।
जो हार बणा सी,
थारा पसंद रा बाबा श्याम।
कठे मिलेगो ऐसो सुगंध रो फ़ूल,
ज्याके रस से थारो,
इतर बणेगो, बाबा श्याम।
ज्याके रस से थारो,
इतर बणेगो, बाबा श्याम।
सुन दर्जिड़ा कठे तेरो सिरदार,
जो सींवे बाग़ों घेर घुमेरो,
थारो श्याम।
जो सींवे बाग़ों घेर घुमेरो,
थारो श्याम।
शुभम रूपम तू अंतर्मन में झाँक,
सब कुछ मिल जासी,
राज़ी हो जासी बाबो श्याम।