पवनसुत कोन दिशा से आयो
कौन के पुत्र कौन के पायक
किन्तु है दूत बठायो
कौन के सत से सागर उतरीयो
कौन संदेसो लायो।पवनसुत कोन दिशा से आयो।
अंजनी को पुत्र राम को पायक
लक्ष्मन दूत पठायो
माता के सत से सागर उतरियो
तुमरो संदेसो लायो।पवनसुत कोन दिशा से आयो
जय जय राम राम राम
सियाराम राम राम
जय जय राम राम राम
कहा प्यारे रामजी कहा वीर लक्ष्मण
कहासे संदेसो लायो
वनहि मे रामजी वनहि मे लक्ष्मण
वनसे संदेसो लायो।पवनसुत कोन दिशा से आयो
अब मत सोच करो मोरी जननी
प्रभु सहित दल आयो
रावण मार तुम्ही ले जहीये
तुलसीदास जस गायो।पवनसुत कोन दिशा से आयो