मुझको अपनी शरण लगा लो हे वृषभान किशोरी।इन चरणों का दास बना लो,हे वृषभान किशोरी
मन चमन की गली,लाडली लाडली,चरण रज आपकी इस जगत से भली।इस जगत से भली।जग बंधन से मुझे बचा लो,हे वृषभान किशोरी।इन चरणों का दास बना लो,हे वृषभान किशोरी
मुझको अपनी शरण लगा लो हे वृषभान किशोरी।इन चरणों का दास बना लो,हे वृषभान किशोरी
आपकी ही लगन,में रहूं में मगन,ना बुझे अब कभी प्रेम की ये अगन।प्रेम की ये अगन।गिर ना जाऊं तुम्ही सम्हालो हे वृषभान किशोरी।इन चरणों का दास बना लो,हे वृषभान किशोरी।
मुझको अपनी शरण लगा लो हे वृषभान किशोरी।इन चरणों का दास बना लो,हे वृषभान किशोरी
ना भुलाऊं तुम्हे नित ध्याऊं तुम्हे,संग सोनी कहे में मनाऊं तुम्हे। दया दृष्टि मुझ पर भी डालो, हे वृषभान किशोरी।मुझको अपनी शरण लगा लो हे वृषभान किशोरी
मुझको अपनी शरण लगा लो हे वृषभान किशोरी।इन चरणों का दास बना लो,हे वृषभान किशोरी