तर्ज – दीनानाथ मेरी बात
खाटू श्याम तेरो नाम मेरे मन भावे है।
बेगो आज्यो सांवरा अब काहे तरसावे है।
द्वारे खड़ो तेरे श्याम दरश कराय दे …-2
घणो दुख पाउ मने रास्तो बताय दे …-2
कयो मान मेरो श्याम काहे भरमावै है ….-2
बेगो आज्यो सांवरा अब काहे , तरसावे है …-2
खाटू श्याम , तेरो नाम ..
मैं तो तेरो बालक हु तेरो ही सहारो है …-2
कठे जाऊ और बता कुण रखवारो है …-2
मैं तो सुणी तू ही श्याम बिगड़ी बनावे है …-2
बेगो आज्यो सांवरा अब काहे तरसावे है …-2
खाटू श्याम , तेरो नाम ..
हाथ पकडाके अब काहे को छुड़ावै है…-2
सुण सुण साँवरिया गजब क्यु ढावे है …-2
जाणे कोनी दूंगा काहे जोर अजमावे है …-2
बेगो आज्यो सांवरा अब काहे तरसावे है …-2
खाटू श्याम , तेरो नाम ..
देखां म्हे भी आज देखां कठे तू जावेगो …-2
साँचो मेरो प्रेम तने बांध कर ले आवेगो …-2
लौटूंगा पैरां में तेरे हाँसी क्यू करावे है …-2
बेगो आज्यो सांवरा अब काहे तरसावे है …-2
खाटू श्याम , तेरो नाम ..
काशी की पुकार सुण बिगड़ी बनाय देइ …-2
बोलो और खोटी कह दे मेरे मन भाय गई …-2
खरा खोटा तेरा बोल मेरे मन भावे है …-2
बेगो आज्यो सांवरा अब काहे तरसावे है …-2
खाटू श्याम , तेरो नाम ..