तर्,मेहंदी रची थारै हाथा मैं
खाटू हालो सावरियो हो हो हो
खाटू हालो सावरियो भगता की पथ राखनियो-2
यो साचो देव कहावे ह श्याम धनी….
यो साचो देव कहावे ह यो श्याम धनी………2
खाटू हाले श्याम धनी की,खाटू हाले
श्याम धनी की सारे जग में चर्चा ह।
हाथु हाथ मिले भगता ने श्याम धनी का
पर्चा ह।श्याम धनी का पर्चा ह..…………2
जो भी हाथ पसारे ह …..हो हो हो……जो भी हाथ पैसारे ह,,…बा पर खुशिया वारे ह..
यो गहरी महर लुटावे ह ….यो श्याम धनी……..-2
यो साचो देव कहावे ह श्याम धनी….
यो साचो देव कहावे ह यो श्याम धनी……
खाटू हालो श्याम धनी तो,खाटू हालो ,
श्याम धनी तो सब का संकट काटे ह।
बिगड़ी बात बणावे सबकी कोई न
नही नाट ह।कोई न नही नाट ह…………2
जो भी अरज लगावे ह….हो हो हो …जो भी
अरज लगावे ह।मन की मुरादा पावे ह।
यो सबकी आस पुरावे ह ….यो श्याम धनी.-…..2
यो साचो देव कहावे ह श्याम धनी….
यो साचो देव कहावे ह यो श्याम धनी………2
खाटू हाले श्याम धनी न,खाटू हाले ,
श्याम धनी ने जो भी इक बर ध्यायो ह।
रवि कहे वो जीवन माही कभी नही
दुःख पायो ह।कभी नही दुःख पायो ह…….2
जैसी भक्ति लावोगा ,…होहो हो…जैसी भक्ति लावोगा ….
वैसो ही फल पावोगा
यो साचो न्याय चुकावे ह …..यो श्याम धनी.…-2