मेरा लाख टके का झुनझुना खाटू ते लाई मोल झनाझन बाजे झुनझुना।
इसमे तीन घुंघरू जड़ रहे, जिसमे सीता लक्ष्मण राम ,झनाझन बाजे झुनझुना ।मेरा लाख टके का झुनझुना खाटू ते लाई मोल झनाझन बाजे झुनझुना।
इसकी छड़ का कोई मोल ना।
जिसमे बैठे से हनुमान, झनाझन बाजे झुनझुना
मेरा लाख टके का झुनझुना खाटू ते लाई मोल झनाझन बाजे झुनझुना।
इसमे मोती ये जो बाजते।
वे बोले सुर सारे साथ मे ।
मेरा बाज रहा अनमोल, झनाझन बाजे झुनझुना । मेरा लाख टके का झुनझुना खाटू ते लाई मोल झनाझन बाजे झुनझुना।
यो श्याम सुन्दर मन भा गया। गाते रहवे उम्र तमाम, झनाझन बाजे झुनझुना ।
मेरा लाख टके का झुनझुना खाटू ते लाई मोल झनाझन बाजे झुनझुना।