ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे,
तेरे सहारे,
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे,
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे।
लाडली, लाडली,
श्यामा।
श्री राधा रस प्रीत अगाधा,
श्री राधा रस प्रीत अगाधा,
रटते रहो प्यारे राधा श्री राधा,
गुज़ारा नहीं है इनके बिना रे,
इनके बिना रे
लाडली, लाडली,
श्यामा।
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे,
तेरे सहारे,
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे,
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे।
लाडली, लाडली,
श्यामा।
जय मंजुल कुंज निकुंजन की,
रस पुंज विचित्र समाज की जै जै।
यमुना तट की वंशीवट की,
गिरजेश्वर की गिरिराज की जै जै॥
ब्रज गोपिन गोप कुमारन की,
विपनेश्वर के सुख साज की जै जै।
ब्रज के सब सन्तन भक्तन की,
ब्रज मंडल की ब्रजराज की जै जै॥
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे,
तेरे सहारे,
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे,
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे।
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे,
तेरे सहारे,
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे,
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे।
लाडली, लाडली,
श्यामा।
श्री राधा रस प्रीत अगाधा,
श्री राधा रस प्रीत अगाधा,
रटते रहो प्यारे राधा श्री राधा,
गुज़ारा नहीं है इनके बिना रे,
इनके बिना रे
लाडली, लाडली,
श्यामा।
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे,
तेरे सहारे,
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे,
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे।
लाडली, लाडली,
श्यामा।
जय मंजुल कुंज निकुंजन की,
रस पुंज विचित्र समाज की जै जै।
यमुना तट की वंशीवट की,
गिरजेश्वर की गिरिराज की जै जै॥
ब्रज गोपिन गोप कुमारन की,
विपनेश्वर के सुख साज की जै जै।
ब्रज के सब सन्तन भक्तन की,
ब्रज मंडल की ब्रजराज की जै जै॥
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे,
तेरे सहारे,
चले जा रहे हैं किनारे-किनारे,
ये जीवन है श्यामा तेरे सहारे।