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श्याम भजन लिरिक्स

Ye baba mor chadi wala,ये बाबा मोर छड़ी वाला,shyam bhajan

ये बाबा मोर छड़ी वाला,

तर्ज- हाय शर्माऊ…

मन को लुभाये ये तो सब को ही भायें,
ये तो प्रेम बढ़ाये सबसे,ये बाबा मोर छड़ी वाला,ये बाबा मोर छड़ी वाला,



जो भी आये सबको लुभाए।
ये बाबा नीले घोड़े वाला,
मन को लुभाये
ये बाबा मोर छड़ी वाला।।



श्याम का रंग नीला,
पहने पीताम्बर पिला।
इसका बागा सजीला,
इसका रूप है नशीला,
जो भी देखे अपने होश गवाये,
ऐसा जादू इसने डाला,



मन को लुभाये ये तो सब को ही भाये,
ये तो प्रेम बढ़ाये सबसे,ये बाबा मोर छड़ी वाला।।



घोडा इसका है लीला,सरपट दौड़े फुर्तीला,
इसको नजर नहीं लागे,बांका कद है गठीला,
श्याम का सेवक छम छम नाचे,ये तो होके मतवाला,मन को लुभाये ये तो सब को ही भायें, ये तो प्रेम बढ़ाये सबसे,
ये बाबा मोर छड़ी वाला।।



कलयुग अवतारी,तीन बाणो का धारी,
महमा इनकी है न्यारी,पूजे दुनया ये सारी,
ढोक लगाये, आशीष पाये,सबका बने रखवाला,
मन को लुभाये ये तो सब को ही भाये,ये तो प्रेम बढ़ाये सबसे,ये बाबा मोर छड़ी वाला।।



सर मोर मुकुट पहने,कानो में कुंडल गहने,
इसकी चीतवन है प्यारी,
नर्मिल कहता क्या कहने,देव नशिला, है मतवाला,ये तो मोहन मुरली वाला,
मन को लुभाये ये तो सब को ही भायें, ये तो प्रेम बढ़ाये सबसे,ये बाबा मोर छड़ी वाला।।

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