तुम ही मेरा प्रेम राधे, तुम ही मेरे विश्वास में। देखता हूं तुमको मैं, हर पल हिर्दय के पास मे।
तुम मेरी बंसी की धुन में, तुम मेरी हर सांस में। राधे-राधे तुम ही तुम, हो मुझ में है राधे।
मैं हूं यमुना का किनारा, तुम लहर हो राधे। भोर में तुम भोर का, पहला प्रहर हो राधे।
बनकर सूर्य मैं चमकू गगन पर, तो किरण तुम हो। मेरा मन मगन जिसमें राधे, बस वह लगन तुम हो।
मुझसे ज्यादा तुम हो मेरी, होने का आभास में। रंग सारे हैं तुम्हारे, मेरे 12 मास में।
तुम मेरी बंसी की धुन में, तुम मेरी हर सांस में। राधे ही राधे तुम ही तुम, हो मुझ में है राधे।
तुम ही मेरा प्रेम राधे, तुम ही मेरे विश्वास में। देखता हूं तुमको मैं, हर पल हिर्दय के पास मे।