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श्याम भजन लिरिक्स

Shyam dhani hai Seth mharo mor chadi sethani,श्याम धनी है सेठ म्हारो मोर छड़ी सेठानी,shyam bhajan

श्याम धनी है सेठ म्हारो मोर छड़ी सेठानी

श्याम धनी है सेठ म्हारो मोर छड़ी सेठानी। यो ही है रसीली सेठ एकबार खाटू जाकर देख, हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

भागता की लाज कद जान नही देवे। दुनियां के आगे सर झुकान नही देवे।बिना मांग्या देव सेठ एकबार खाटू जाकर देख,हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

श्याम धनी है सेठ म्हारो मोर छड़ी सेठानी। यो ही है रसीली सेठ एकबार खाटू जाकर देख, हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

मोर छड़ी के झाड़े की तो चर्चा चारों और। है कलयुग के माही मोटी सेठानी को जोर।झाड़ो लगवा ले बस एक,एकबार खाटू जाकर देख, हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

श्याम धनी है सेठ म्हारो मोर छड़ी सेठानी। यो ही है रसीली सेठ एकबार खाटू जाकर देख, हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

लाखा लाखा भक्त हुंडी लिख लिख भेजे।सबकी हुंडी बांचे और लिख लिख भेजे।राखे हर भगतां री टेक,एकबार खाटू जाकर देख, हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

बनवारी देख ले तूं करके भरोसो।सांची सांची सेठानी है सेठ चोखो चोखों।बदले यो किस्मत का लेख,एकबार खाटू जाकर देख, हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

श्याम धनी है सेठ म्हारो मोर छड़ी सेठानी। यो ही है रसीली सेठ एकबार खाटू जाकर देख, हुंडी रोज स्वीकारे जी।स्वीकारे हुंडी रोज स्वीकारे जी।

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