तर्ज, छोटी छोटी गैया
नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
कठे रहवे गोरा म्हारी कठे तो गणेश।और कठे तो रहवे म्हारो भोलियो महेश।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
मिंदर में रहवेली गोरा सिंहासन गणेश। कैलाशां पे रहवेलो भोलियाे महेश।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
काई ओढ़े गवरा काई तो गणेश।काई ओढेला म्हारा भोलिया महेश।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
चुनरी ओढ़े गौरा पितांबर गणेश। बागांबरी ओढ़े म्हारो भोलियो महेश।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
काई जीमे गवरा काई तो गणेश।काई जिमेला मारो भोलियों महेश।।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
घेवर जीमे गौरा मोदक गणेश। आक धतूरा जीमे मारो भोलियों महेश।।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
काई देवे गौरा काई गणेश।काई तो देवे म्हारो भोलियो गणेश।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।
शक्ति देवे गौरा भक्ति दे गणेश।बुढ़ापा सुधारे मारो भोलियों महेश।।नाच रही गबरा देखे हैं गणेश, डमरु बजावे मारो भोलियों महेश।।