मोहे एक रात को श्याम उधारी दे दे बाँसुरिया। उधारी दे दे बाँसुरिया गिरधरी दे दे बाँसुरिया। बनवारी दे दे बाँसुरिया।मोहे एक रात को श्याम उधारी दे दे बाँसुरिया।
मैं शाम सुंदर बन जाऊँगी तेरी मुरली अधर सजाऊँगी। तू राधे बनियो श्याम उधारी दे दे बाँसुरिया।मोहे एक रात को श्याम उधारी दे दे बाँसुरिया।
मैं मोर मुकुट सिर पर धारु पट पीताम्बर गल में डालूँ ।मेरा गिरधर हो जाए नाम उधारी दे दे बाँसुरिया।मोहे एक रात को श्याम उधारी दे दे बाँसुरिया।
मैं मधुबन रास रचाऊँगी संग सखियाँ साथ नचाऊँगी ।मेरे संग में नाचे श्याम ऊधारी दे दे बाँसरिया।मोहे एक रात को श्याम उधारी दे दे बाँसुरिया।