खाटू श्याम की नगरियां, म्हारी श्याम की नगरियां, प्यारी लागे जी बड़ी प्यारी लागे जी, शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी,
लखदातारी बाबा श्याम है खाटू धाम है मरुधर निराला कृष्ण स्वयं ही करते काम है, श्याम का नाम हो जाता म्हारी श्याम की नगरीय प्यारी लागे जी बड़ी प्यारी लागे जी,
खाटू श्याम की नगरियां, म्हारी श्याम की नगरियां, प्यारी लागे जी बड़ी प्यारी लागे जी, शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी,
खाटू के दरबार जो भी आए, वृंदावन हाजरी लगाये बाबा का निशान जो चढ़ाइये, मन चाहा वरदान पाए खाटू श्याम की दंडौती, रिंगस से लागे जी….. शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी……
खाटू श्याम की नगरियां, म्हारी श्याम की नगरियां, प्यारी लागे जी बड़ी प्यारी लागे जी, शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी,
खाटू के दरबार जो भी आए, वृंदावन हाजरी लगाये बाबा का निशान जो चढ़ाइये, मन चाहा वरदान पाए खाटू श्याम की दंडौती, रिंगस से लागे जी… शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी……
खाटू श्याम की नगरियां, म्हारी श्याम की नगरियां, प्यारी लागे जी बड़ी प्यारी लागे जी, शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी,
हारे का सहारा बाबा श्याम है, कलयुग के देव खाटू श्याम है तीन बाण धारी है श्याम जी, पांडु वंशी है खाटू श्याम जी श्याम कुंड निर्मल जल है, जमुना जल लागे जी……शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी……
खाटू श्याम की नगरियां, म्हारी श्याम की नगरियां, प्यारी लागे जी बड़ी प्यारी लागे जी, शीशदानी की सुरतिया, घनी प्यारी लागे जी,