सब झुक गए माँ के आगे, सब झुक गए माँ के आगे, मेरी झुंझन वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे।
माँ के जैसा कोई नहीं है, माँ की शान निराली, ये ही है मोटी सेठाणी, येही दुर्गा काली, दर्शन से किस्मत जागे, दर्शन से किस्मत जागे, मेरी झुंझण वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे ।
सब झुक गए माँ के आगे, सब झुक गए माँ के आगे, मेरी झुंझन वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे।
माँ की शरण में जो आता है, कभी ना खाली जाता, मैया का हो जाता है वो,किस्मत पे इतराता, मिल जाता जो भी मांगे, मिल जाता जो भी मांगे, मेरी झुंझण वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे ।
सब झुक गए माँ के आगे, सब झुक गए माँ के आगे, मेरी झुंझन वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे।
काम कोई भी कर ना सके वो, दादी करके दिखाती, जो चल ना पाए और कहीं, खोटे सिक्के को चलाती, रखती है गले लगा के, रखती है गले लगा के, मेरी झुंझण वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का,मेरी झुंझण वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे।
सब झुक गए माँ के आगे, सब झुक गए माँ के आगे, मेरी झुंझन वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे।
‘बनवारी’ जब जब देखूं, माँ की चुनड़ी लहराती, भक्तो का दामन भर जाए, इतनी किरपा बरसाती, ये देती है बिन मांगे, मेरी झुंझण वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे ।
सब झुक गए माँ के आगे, सब झुक गए माँ के आगे, मेरी झुंझन वाली का, सारे जग में डंका बाजे, मेरी मैया रानी का, सारे जग में डंका बाजे।