जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे।
मैया के माथे का टीका भोले की जटाओ से उलझा । ये उलझन कैसे सुलझेगी नजारा हम भी देखेंगे। जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे।
मैया के गले का हरवा भोले के सर्पों से उलझा । ये उलझन कैसे सुलझेगी नजारा हम भी देखेंगे। जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे।
मैया के हाथ का कंगना भोले के डमरू से उलझा।ये उलझन कैसे सुलझेगी नजारा हम भी देखेंगे।जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे।
मैया के पैरों की पायल भोले के घुंघरू से उलझी। ये उलझन कैसे सुलझेगी नजारा हम भी देखेंगे।जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे।
मैया के अंगों का चोला भोले की शाल से उलझा ।ये उलझन कैसे सुलझेगी नजारा हम भी देखेंगे।
जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे।
मैया के भोग का हलवा भोले की भांग उलझा ।
ये उलझन कैसे सुलझेगी नजारा हम भी देखेंगे।
जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम भी देखेंगे।
जगी है ज्योत ज्वाला की नजारा हम देखेंगे ।