Categories
रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Jhunjhnu wali ka laad ladawan aaya ha,झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां,dadi bhajan

झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां।

झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां। मुकलावो दादी जी थारो महे भी लाया हां

जयपुर की मैं चुनरी लायो, मुंबई की मे मुंदरी लायो। रोली मोली बिछिया पायल मेहंदी को मैं थाल सजायो। सदियों पुरानी रीत महे निभावन आया हां।मुकलावो दादी जी थारो महे भी लाया हां।

झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां। मुकलावो दादी जी थारो महे भी लाया हां।

जो भी मुकलाओ लावे है दादीजी के घर जावे है। बेटा बेटी पोता पोती सब का ब्याह या करवाए है। कुलदेवी से प्यार बढ़ावन आया हां।झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां।

झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां। मुकलावो दादी जी थारो महे भी लाया हां।

हाथा में लेकर मुक्लाओ राजपूत का सेवक आया। नारायणी ने लेबा खातिर तनधन जी ने सागे लाया जग सेठानी ने महे लेजावन आया हां।झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां।

झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां। मुकलावो दादी जी थारो महे भी लाया हां।

मुकलावे को एक बहानो दादी जी थाने है रिझानो। श्याम पर इतनी कृपा कीजिए, चरना माही दे दो ठिकानो। छिपा जो मन में भाव वह दिखाबन आया हां।झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां।

झुंझुनू वाली का लाड लड़ाबन आया हां। मुकलावो दादी जी थारो महे भी लाया हां।

Leave a comment