चुनर थारे ताई लयाया ये दादी थाने उढास्यां।थाने उढास्यां मैया थाने उढास्यां।चुनर थारे ताई लयाया ये दादी थाने उढास्यां।
चारों कूट में चार मोरिया,सोने का बंधवा घुघरिया। जरी गोटो मां लगाया ये,दादी थाने उढास्यां।चुनर थारे ताई लयाया ये दादी थाने उढास्यां।
इंद्रधनुष का रंग उतर कर, चंदा सूरज तारा मिलकर। चुनर में आए समाया ये,दादीथाने उढास्यां।चुनर थारे ताई लयाया ये दादी थाने उढास्यां।
झिलमिल झिलमिल चुनर चिमके। रंग बिरंगी आभा दमके। भक्ति भाव समाया ये,दादीथाने उढास्यां।चुनर थारे ताई लयाया ये दादी थाने उढास्यां।
आओ भवानी थे सज धज कर। मैया पधारो सिंह पर चढ़कर। भक्त आस लगाया ये,दादी थाने उढास्यां।चुनर थारे ताई लयाया ये दादी थाने उढास्यां।
ब्रह्मा विष्णु शंकर सागे। मैया जी ने चुनर उड़ा के। सबका मन हरसाया ये,दादी थाने उढास्यां।चुनर थारे ताई लयाया ये दादी थाने उढास्यां।