तर्ज,यशोमती मैया से
गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला। डम डम डमरू जिसका बजता है आला।
यशोदा के द्वारे जाकर अलख जगाया। भोला रे मैया में तो काशी से आया। सुनकर अनोखा जाया यशोदा ने लाला।गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला।
गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला। डम डम डमरू जिसका बजता है आला।
बाबा से बोली यशोदा द्वारे पर आके। आगे जा चला जा जोगी बेटा मेरा जागे। शोर जो मचाएगा तो डर जावे लाला।गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला।
गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला। डम डम डमरू जिसका बजता है आला।
जोगी का रूप देख बोली है मैया। तुमको दिखाऊं नहीं अपना में छैया। भैस तुम्हारा जोगी बड़ा विक्राला।गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला।
गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला। डम डम डमरू जिसका बजता है आला।
बोला जो जोगी मैया मैं ना जाऊंगा। तेरे लाल के मैया दर्शन करूंगा। छबी को नीरख में हो जाऊं निहाला।गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला।
गोकुल नगरिया में आया डमरू वाला। डम डम डमरू जिसका बजता है आला।