मुझे चूड़ियाँ पहना दो
मेरे घुंघरू बंधा दो
मैं तो दुल्हन बनुगी घनश्याम की
मैं तो रानी बनुगी ब्रज धाम की ।
अपने पिया की मैं दुल्हन बन जाऊँगी
वृंदावन की कुंज गलिन में झूमू नाचूँ गाऊँगी
मेंरे कजरा लगा दो
मेरे मेंहन्दी सजा दो ।।मैं तो दुल्हन बनुगी घनश्याम की
मैं तो रानी बनुगी ब्रज धाम की ।
रग रग में मेरे रंगा है सांवरिया
प्रीत लगा के मैं हुई रे बांवरियाँ
मेरी लाली लगा दो
मेरी बिंदिया सजा दो
मुझे चुंदरी सजा दो ।।मैं तो दुल्हन बनुगी घनश्याम की
मैं तो रानी बनुगी ब्रज धाम की ।
अपने प्यारे की मैं दुल्हन बन जाऊँगी
दुल्हन बन जाऊंगी मैं श्याम श्याम गाऊँगी
ओ मेरे महावर लगा दो
मुझे साड़ी पहना दो ।।मैं तो दुल्हन बनुगी घनश्याम की
मैं तो रानी बनुगी ब्रज धाम की ।
मुझे चूड़ियाँ पहना दो
मेरे घुंघरू बंधा दो
मैं तो दुल्हन बनुगी घनश्याम की
मैं तो रानी बनुगी ब्रज धाम की ।