दुनिया में चलती देखी है मैंने दो सरकार है। एक है खाटू वाला दूजा मेहंदीपुर दरबार है।
एक राम दुलारा एक श्याम का प्यारा। दोनों का रूप है देखो जग में न्यारा।एक बाण तीर से दुनियां को हिलाए।एक की गदा से दुनियां थर्राए। दोनों की शक्ति के आगे ना पाए कोई पार है।एक है खाटू वाला दूजा मेहंदीपुर दरबार है।
दुनिया में चलती देखी है मैंने दो सरकार है। एक है खाटू वाला दूजा मेहंदीपुर दरबार है।
बल्कि कोई कमी न सीमा ऐसे हैं बलधारी। भूत प्रेत सब थरथर कांपे ऐसे हैं बलधारी। सोने की लंका को स्वयं जलाते सरकार हैं।एक है खाटू वाला दूजा मेहंदीपुर दरबार है।
दुनिया में चलती देखी है मैंने दो सरकार है। एक है खाटू वाला दूजा मेहंदीपुर दरबार है।