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एकादशी भजन

Tu kar le vrat gyaras ka tu karle bhajan hari ka,तू कर ले व्रत ग्यारस का तू कर ले भजन हरि का,ekadashi bhajan

तू कर ले व्रत ग्यारस का तू कर ले भजन हरि का,

तेरी काया निर्मल हो जाएगी तू कर ले व्रत ग्यारस का,
तू कर ले व्रत ग्यारस का तू कर ले भजन हरि का,
तेरी काया निर्मल हो जाएगी तू कर ले व्रत ग्यारस का…



क्यों बेटा बेटा करता है यह बेटा साथ ना देता है,
बेटा बहुओं के हो जाएंगे, तू कर ले व्रत ग्यारस का…

क्यों बहुएं बहुएं करता है यह बहुएं साथ ना देती हैं,बहूऐ तो न्यारी हो जाएंगी, तू कर ले व्रत ग्यारस का…



क्यों बेटी बेटी करता है यह बेटी साथ ना देती हैं,
बेटी ससुराल चली जाएंगी, तू कर ले व्रत ग्यारस का…



क्यों पोती पोते करता है यह पोते साथ ना देते हैं,
पोते परदेस चले जाएंगे, तू कर ले व्रत ग्यारस का…



क्यों मेरा मेरा करता है यहां पर कुछ भी नहीं तेरा है,
सब पढ़ा रही पर रह जाएगा, तू कर ले व्रत ग्यारस का…



तू सतगुरु जी के गुण गा ले जीवन अपना सफल बना ले,
तू भव से पार उतर जाएगा, तू कर ले व्रत ग्यारस का…



तेरी काया निर्मल हो जाएगी तू कर ले व्रत ग्यारस का,
तू कर ले व्रत ग्यारस का तू कर ले भजन हरि का,
तेरी काया निर्मल हो जाएगी तू कर ले व्रत ग्यारस का…

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