ग्यारस का व्रत में करती हरि नाम की माला जपती।
मैंने पहली माला फेरी सासुल ने आकर घेरी। कभी करती न सेवा मेरी हरि नाम की माला जपती।ग्यारस का व्रत में करती हरि नाम की माला जपती।
मैं दूजी माला फेरी बेटे ने आकर घेरी। कुछ काम धाम न करती हरि नाम की माला जपती।ग्यारस का व्रत में करती हरि नाम की माला जपती।
मैंने तीजी माला फेरी बहुअल ने आकर घेरी। कभी मेरे बच्चे न खिलाती हरि नाम की माला जपती।ग्यारस का व्रत में करती हरि नाम की माला जपती।
मैंने चौथी माला फेरी बेटी ने आकर घेरी। कुछ देन लेन न करती हरि नाम की माला जपती।ग्यारस का व्रत में करती हरि नाम की माला जपती।
मैंने पांचवीं माला फेरी पोते ने आकर घेरी। कभी मुझे न घुमाती फिराति हरि नाम की माला जपती।ग्यारस का व्रत में करती हरि नाम की माला जपती।
मैंने छठवीं माला फेरी साजन ने आकर घेरी। कभी मेरे पास न बैठती हरि नाम की माला जपती।ग्यारस का व्रत में करती हरि नाम की माला जपती।