गोविंदा गोपाला, भजो रे मन गोविंदा,
नटवर मेरो, मैं नटवर की
मैं हूँ दीवानी, मुरलीधर की
हस के, पीऊँ विष प्याला,
भजो रे मन गोविंदा,,,
गोविंदा गोपाला भजो रे मन गोविंदा,
मेरे मन में, श्याम वसो है
नस नस में घन,श्याम छिपो है
रोम रोम, नंदलाला,
भजो रे मन गोविंदा,,,
गोविंदा गोपाला भजो रे मन गोविंदा,
मीरा के प्रभु, गिरधर नगर
कान्हा मेरे, प्रेम के सागर
रास रचाए, बाल गोपाला,
भजो रे मन गोविंदा,,,
गोविंदा गोपाला भजो रे मन गोविंदा,