अरी बहना झूला तो झूलें नंदलाल,
झुलावें प्यारी राधिका ।
रेशम की डोरी डाली कदम पे
अरी बहना, पटली में जड़े हीरा लाल। अरी बहना झूला तो झूलें नंदलाल,
झुलावें प्यारी राधिका ।
मोर-मुकुट साजे सीस पे
अरी बहना गल में पड़ी मणिमाल ।अरी बहना झूला तो झूलें नंदलाल,
झुलावें प्यारी राधिका ।
बन्सी बजावें कान्हा रस भरी
अरी बहना सखियाँ तो गावें मल्हार।अरी बहना झूला तो झूलें नंदलाल,
झुलावें प्यारी राधिका ।
जमना किनारे आनंद हो रहा
अरी बहना मोह लईं ब्रजनार ।अरी बहना झूला तो झूलें नंदलाल,
झुलावें प्यारी राधिका ।
रिमझिम-रिमझिम मेघा बरसते
अरी बहना ठंडी तो चलत बयार ।अरी बहना झूला तो झूलें नंदलाल,
झुलावें प्यारी राधिका ।