मेरी प्रीत न छूटेगी नंदलाला से नंदलाला से गोपाला से मेरी प्रीत न छूटेगी, नंदलाला से।
चाहे घर में बंधवा दो, चाहे ताला भी लगवा दो। क्या प्रेम भी रुका है, कोई ताला से। मेरी प्रीत न छूटेगी, नंदलाला से।
चाहे सासु से कहां दो, चाहे ससुरा से धमका दो चाहे मार भी पिटवा दो, कोई बलमा से। मेरी प्रीत न छूटेगी, नंदलाला से।
कोई रोक के बताएं, कोई टोक के बताएं ,अभी पाला न पड़ा है, बृजबाला से ।मेरी प्रीत न छूटेगी, नंदलाला से।
चाहे हाथी से कुचला दो, चाहे जाति से भगा दो ,चाहे जहर पिला दो, कोई प्याला से। मेरी प्रीत न छूटेगी, नंदलाला से।
चाहे आग भी लगा दो, चाहे आरे से कटा दो, चाटे शीश भी काटे कोई भाला से।मेरी प्रीत न छूटेगी, नंदलाला से।