में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की। श्री बालाजी सरकार की।उस मेहंदीपुर दरवार की।में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की।
है अजब अलौकिक माया,राजा का भेद ना पाया। भूतों का करे सफाया, सोटा लगाकर मार की।में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की। श्री बालाजी सरकार की।उस मेहंदीपुर दरवार की।में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की।
जो यहां पर शीश झुका ले। वह जीवन सफल बना ले। यह सब को गले लगा ले। क्या बात मेरे करतार की। में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की। श्री बालाजी सरकार की।उस मेहंदीपुर दरवार की।में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की।
जो सवामणी से मनावे। वही मुंह मांगा फल पावे। जीवन को सफल बनावे। करें मदद यह सेवादार की। में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की। श्री बालाजी सरकार की।उस मेहंदीपुर दरवार की।में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की।
करे हृदय में उजाला। गावे हस्तिनापुर वाला। है इसका खेल निराला। ना बात करूं बेकार की। में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की। श्री बालाजी सरकार की।उस मेहंदीपुर दरवार की।में कहां तक करूं बड़ाई श्री बालाजी सरकार की।