तर्ज- सांवली सूरत पे मोहन
स्वर्ग से भी ज्यादा प्यारा, तेरा खाटु धाम है, तेरा खाटु धाम बाबा, तेरा खाटु धाम है, स्वर्ग से भी ज्यादा प्यारा,तेरा खाटु धाम है,
मेरे जीने का सहारा,तेरा खाटु धाम है।
मेरी सांसो में तुम्ही हो, मेरी धड़कन के तुम्ही, चिर कलेजा देख हमारा, तेरा खाटु धाम है, स्वर्गं से भी ज्यादा प्यारा, तेरा खाटु धाम है ।।
कृष्ण से वरदान पा के, प्रकटा कलयुग में तू श्याम, भक्ति और शक्ति का द्वारा, तेरा खाटु धाम है, स्वर्गं से भी ज्यादा प्यारा, तेरा खाटु धाम है ।।
निर्बल को बल निर्धन को धन, हो सहारा हारे का, दिन दुखियों का गुजारा, तेरा खाटु धाम है, स्वर्गं से भी ज्यादा प्यारा, तेरा खाटु धाम है।।
देवों में सिरमौर है तू, कलयुग का अवतार है, ‘श्याम’ का संसार सारा, तेरा खाटु धाम है, स्वर्गं से भी ज्यादा प्यारा, तेरा खाटु धाम है।।
स्वर्ग से भी ज्यादा प्यारा, तेरा खाटु धाम है, तेरा खाटु धाम बाबा, तेरा खाटु धाम है, स्वर्ग से भी ज्यादा प्यारा,तेरा खाटु धाम है,
मेरे जीने का सहारा,तेरा खाटु धाम है।