तर्ज,होलिया में उड़े रे
क्यों ना नाचू नचाये मेरा श्याम आज मुझे नाचने दो।आज मुझे नाचने दो।आज मुझे नाचने दो।क्यों ना नाचू नचाये मेरा श्याम आज मुझे नाचने दो।
सामने सरकार है बैठे। देने को यह तैयार है बैठे। मैं कैसे रहूं दिल थाम, आज मुझे नाचने दो।क्यों ना नाचू नचाये मेरा श्याम आज मुझे नाचने दो।
श्याम नाम की सच्ची दौलत। बाबा से कर ली है मोहब्बत। तेरी बनेंगे सारे काम, आज मुझे नाचने दो।क्यों ना नाचू नचाये मेरा श्याम आज मुझे नाचने दो।
श्याम के रंग में रंग में गया हूं। श्याम दीवाना बन में गया हूं। मुझे ऐसा पिला दिया जाम, आज मुझे नाचने दो।क्यों ना नाचू नचाये मेरा श्याम आज मुझे नाचने दो।
हितेश शर्मा महिमा तेरी गाये। चरणों में तेरे शीश झुकाए। किया बाबा ने मेरा नाम, आज मुझे नाचने दो।क्यों ना नाचू नचाये मेरा श्याम आज मुझे नाचने दो।