तर्ज,मेरी प्यारी बहनिया
तेरी द्रोपति बहनिया हो रही नगनिया, आज देखेंगे सारे राजा। मेरी लाज बचाने आजा।
पांच पति मुझे जुवे में हारे। नीच दुशासन मेरो चीर उतारे। बीच सभा में खींच के लाया अरे नीचो का नीच है वो राजा।मेरी लाज बचाने आजा।
तेरी द्रोपति बहनिया हो रही नगनिया, आज देखेंगे सारे राजा। मेरी लाज बचाने आजा।
कौरव पांडव में बैर पड़ी है। आजा मेरे श्यामा आज दुख की घड़ी है। बीच सभा में दुखिया खड़ी है, मेरे चिरों में आकर समाजा।मेरी लाज बचाने आजा।
तेरी द्रोपति बहनिया हो रही नगनिया, आज देखेंगे सारे राजा। मेरी लाज बचाने आजा।
द्वारकापुरी से कृष्ण जी आए। आकर बहन के चीरों में समाए। साड़ी खींच दुशासन हारा। दंग रह गए सारे राजा। मेरी लाज बचाने आजा।
तेरी द्रोपति बहनिया हो रही नगनिया, आज देखेंगे सारे राजा। मेरी लाज बचाने आजा।
भक्तों की लाज प्रभु आप बचाए। सखियां मंडल भी तेरे गुण गाए। द्रोपदी की जैसे लाज बचाई, हम सबकी भी बचा जा। मेरी लाज बचाने आजा।
तेरी द्रोपति बहनिया हो रही नगनिया, आज देखेंगे सारे राजा। मेरी लाज बचाने आजा।