Categories
श्याम भजन लिरिक्स

Do chote chote ghar hai jise Naina kahte hai,दो छोटे छोटे घर है जिसे नैना कहते हैं,shyam bhajan

दो छोटे छोटे घर है जिसे नैना कहते हैं।

दो छोटे छोटे घर है जिसे नैना कहते हैं।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

उस घर का कहना जो उसको पसंद है। उसको पसंद है।तकलीफ नहीं हो कोई ऐसा प्रबंध है।ऐसा प्रबंध है।घर की सफाई करते दो आंसू बहते हैं।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

दो छोटे छोटे घर है जिसे नैना कहते हैं।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

है दिल के करीब मेरे अपनों में आता है।अपनों में आता है।जब भी मिलना होता है सपनों में आता है।सपनों में आता है।कुटिया ना टूटे मेरी ये कोशिश करते है।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

दो छोटे छोटे घर है जिसे नैना कहते हैं।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

मुश्किल से रहने आया यह प्यारा सा मेहमान। यह प्यारा सा मेहमान। परेशान नहीं हो जाए रखते हैं पूरा ध्यान ।रखते हैं पूरा ध्यान । जब भी झपकते पलकें धीरे से झपकते हैं।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

दो छोटे छोटे घर है जिसे नैना कहते हैं।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

बनवारी इनके घर में रहने से डरता है। रहने से डरता है। सोने नहीं दे इसको दिन भर धड़कता है।दिन भर धड़कता है। यह छोड़ चला ना जाए रखने से डरते हैं। कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

दो छोटे छोटे घर है जिसे नैना कहते हैं।कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते है।

Leave a comment